अधूरी हमारी कहानी

मिलो तो कुछ इस तरह मिलना,

मुझ में पूरी तरह समा जाना |

बिछड़ो तो कुछ ऐसे जाना,

थोड़ा मुझसे तुम साथ ले जाना

थोड़ा अपना कुछ पीछे छोड़ जाना |

 

कभी मद्धम, धीरे से मेरे पास आना

कभी आतुर, उफनते हुए मुझ पे छा जाना |

कभी शोर से अपनी हँसी जता जाना

कभी खामोशी से अपना दर्द बता जाना |

 

दूर तक फैला तेरा जादू,

एक कोने में बस मैं बसता हूँ |

पर जब जब तू पास आती है मेरे,

मैं भी चुपके से हंसता हूँ |

 

घंटों तुझसे बातें करता,

तेरे आस पास मैं चहकता हूँ |

और जब तू मुझे में सिमट जाए

तेरी खुश्बू से मैं महकता हूँ |

 

तेरे बिन मैं सिर्फ़ रेत हूँ,

मेरे बिन तू बस पानी

एक दूजे के बिन हम अधूरे हैं

और अधूरी हमारी कहानी

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